Wednesday, 30 June 2021

प्रपंचतंत्र की कहानी।। भाग -1

हज़ारों साल पहले अंटार्टिका में एक जंगल हुआ करता था।
वहाँ रंगे सियारों ने गधों का बहुमत जुटा कर एक सुअर को अपना प्रधानमंत्री बना लिया।

सुअर नाली में लौटता तो सियार उसे शेर बता देते और गधे नाचने लगते,

सुअर कीचड़ में लथपथ होता तो सियार इसको धरतीपुत्र बता देते और गधे कृतज्ञता से भर जाते,

सुअर 💩 खाते हुए पकड़ा जाता तो सियार इसको सुअर का सादा जीवन बता देते और गधे गदगद हो जाते,

सुअर मासूम जानवरों को मारकर खाता और सियार उन जानवरो को दूसरे जंगल से आये भेड़िये घोषित कर देते,

सुअर की हर बेहूदगी पर गधे अक्सर कुत्ते बन जाते और  पूँछ हिला कर सुअर का गुणगान करते और भौंक भौंक कर दूसरे जानवरों की नाक में दम करते।।

उसी जंगल का राष्ट्रपति एक गूँगा सुअर था, फिर सावन आया और गूँगा अचानक बोल पड़ा तब पता चला वो सुअर नहीं उल्लू था।।

Moral of the story : जानने के लिए हमें शुल्क अदा करें ✋😐

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