Friday, 19 March 2010

आज सुबह मै बाइक पर जा रहा था, तभी आगे वाली दो गाड़ियाँ आपस में टकरा गईं, मै भी तेजी में था और एक कार से टकरा गया और उछल कर करीब एक फीट दूर जा गिरा, मैंने सड़क से उट्ठ कर खुद की जांच-पड़ताल की और पाया के मुझे खरोंच तक नहीं आई, बदकिस्मती की मै बिलकुल सही सलामत बच गया, काश के मर जाता तो इस दुनिया के झमेलों से छटकारा मिल जाता...........

2 comments:

sansadjee.com said...

ऐसा मत सोचों मित्र। दुनिया बड़ी खूबसूरत है, बदसूरत भी। बस उसमें से रास्ते बनाते चलो। किसी का बुरा मत सोचो, न करो।

Udan Tashtari said...

अरे, आप तो उल्टा ही सोच रहे हैं..इतनी सुन्दर दुनिया में आपको कितने काम करने हैं अभी...